सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Shaadi Ke Baad: शादी के बाद यह करें कि जीवन बन जाये खुशियों की सौग...

ये करके अपने रिश्ते में डालें नई जान, वो हो जायेंगे आप पर कुर्बान:- 


person people girl woman white photography cute female portrait model young spring green youth natural fresh fashion clothing healthy wedding dress smiling smile long hair caucasian textile face eyes dress happy happiness skin beauty joy beautiful teen beautiful women attractive gown adult beautiful woman beauty girl woman smile royalty free photo shoot beautiful woman smiling woman smiling beautiful smile smiling woman portrait photography supermodel bridal clothing
      आपको नहीं मालूम की एक उस एक मुस्कान की कीमत क्या होती है । 

जब कोई पुरूष दिनभर की आफिस की थकान लेकर घर आता है और उसकी पत्नी दरवाजा खोलते वक्त होठों पर एक प्रेमभरी मुस्कान लिये अपने पति की तरफ देखती है तो उस पुरूष की दिनभर की थकान उस एक मुस्कान से उङनछू हो जाती है , यह शत प्रतिशत सच्चाई है । 


मुस्कान एक जादू की तरह काम करती है । जो काम हजारों शब्द नहींकर सकते वह काम एक मुस्कान कर देती है । 

पूरी पृथ्वी पर केवल मनुष्य ही ऐसा जीव है जो मुस्कुरा सकता है । मुस्कान मनुष्य को ईश्वर सेप्राप्त एक नायाब तोहफा है । इसका प्रयोग आप अपने वैवाहिक जीवन में मिश्रीघोलने में कर सकते हैं । जब हम मुस्कुराकर किसी के लिये दरवाजा खोलते हैं तो उससे सामने वाले को संदेश जाता है कि आप उसे देखकर बहुत खुश हैं और उसकास्वागत करते हैं । 
         अब कई बार क्या होता है कि पति अथवा पत्नी सोचते हैं किहम तो एक दूसरे के अपने ही तो हैं और सदा साथ ही रहना है तो ये औपचारिकतायें क्यों ? लेकिन मैं आपको बताना चाहूंगा कि अगर हम साथ रहकर भी कुछ जगहों पर कुछ ऐसी औपचारिकताओं का प्रयोग करें तो हमारे संबंधों में जादू हो सकता है ।       देखकर मुस्कुराना सदैव ही मनुष्य को खुशी देता है चाहे फिर वह बिल्कुल अपना हो या बिल्कुल अजनबी । पति अथवा पत्नी चाहें वे दोनो वर्किंग हो अथवा घर पर रहते हों एक दूसरे को देखकर कम से कम दिन में दो बारतो  जरूर  मुस्करायें , एक बार सुबह उठते समय और एक बार शाम को सोते समय, आप देखोगे कि आपके संबंधों में जादू होना शुरू हो गया है ।
        शुरू में मुस्कुराना अटपटा लग सकता है, लगने दो लेकिन मुस्कुरायें क्योंकि एक तो यह कि इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं और दूसरा जब हम रोज मुस्कुरायेंगे तो मुस्कुराना एक आदत बन जायेगी । 

लेखक - विजय कुमार यादव





पति-पत्नी रिश्तों पर ऐसी ही उपयोगी हमारी अन्य पोस्ट पढें - 
https://shaadikebaad.blogspot.com/2018/07/shaadi-ke-baad.html

https://shaadikebaad.blogspot.com/2018/08/image-result-for-happy-husband-wife.html

https://shaadikebaad.blogspot.com/2018/08/related-image.html

https://shaadikebaad.blogspot.com/2018/07/image-result-for-quality-time-husband.html

https://shaadikebaad.blogspot.com/2018/07/shaadi-ke-baad_21.html

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

शादी के बाद होने वाले झगङे से कैसे बचें ?

शादी के बाद होने वाले झगङे से कैसे बचें  ?         नमस्कार दोस्तों मैं विजय कुमार यादव स्वागत करता हूँ आपका www.shaadikebaad.blogspot.com पर। किसी भी समस्या के समाधान के लिये आवश्यक है कि पहले समस्या के कारण जाने जायें। यूं तो शादी के बाद होने वाले झगङें के और भी अनेक कारण हो सकते हैं लेकिन मेरे दृष्टिकोण में २ मुख्य कारण हैं :-   1 . अहंकार का तुष्टीकरण ( Ego Satisfaction ):- दोस्तों क्या आपको पता है कि शादी के बाद 99% झगङों का कारण अहंकार तुष्टीकरण (ईगो सैटिस्फिकेशन) होता है ।  पति पत्नी दोनों प्रत्येक छोटी सी बात में अपने ईगो को सैटिस्फाई अर्थात अपने अहंकार (घमंड) को तुष्ट करना चाहते हैं और बस यही बात ना कुछ बातों को बहुत बङा बना देती है।   मैं बङा हूँ। मैं ही अधिक महत्वपूर्ण हूँ। वो मूर्ख है।आखिर मैं उसको बता दूंगा या बता दूंगी कि मैं कौन हूँ। मैं बहुत अच्छे परिवार से हूँ उसके सामने मेरे पति का परिवार कुछ भी नहीं। मेरे माता पिता के पास तो बहुत पैसे हैं। मन में आने वाले ये सब विचार अहंकारवश है और बात - ब...
यह करें और फिर देखें अपने संबंधों में जादू -     आप एक प्रयोग करके देखें किसी दो साल के बच्चे को कोई काम ठीक से ना करने पर उसे जोर से डांटे और फिर से उस काम को ठीक से करने को कहें, आपकी डांट से बच्चा संकुचित हो जायेगा और फिर से डांट न पङ जाये इस भय से उस काम को डरता हुआ सा करेगा और ऐसा करने पर संभावना होगी कि उसमें उससे फिर से गलती हो जाये ।     अब इसी बच्चे को कोई काम करने पर आप शाबाशी दे ं और उसके सर पर प्यार से हाथ फेरें। अब आपको बच्चे की बिल्कुल ही अलग प्रतिक्रिया देखने को मिलेगी ।     बच्चा स्वंय ही उस काम को दुबारा करने के लिये आतुर रहेगा आपकी प्रशंसा और प्यार को पाने के लिये आपके ना कहने पर भी उसी काम को दुबारा आपके लिये करेगा वो भी प्रफुल्लित मन से, आप पाओगे कि  बच्चे ने वह काम और भी बेहतर तरीके से किया है ।                इससे क्या सिद्व होता है? इससे सिद्व होता है कि प्रशंसा पाने की ललक मनुष्य की नैसर्गिक आवश्यकता है । बङे होने पर भी हमें इसकी बेहद अावश्यकता होती है । आप इस नैसर्गिक गुण...

बौद्व धर्म के इन पांच नियमों से खिल उठेगा आपका वैवाहिक जीवन।

बौद्व धर्म के इन पांच नियमों से खिल उठेगा आपका वैवाहिक जीवन। वैवाहिक जीवन को सुखी बनाने के लिये बौद्व धर्म में पूरूषों और स्त्रियों के लिये ये पांच नियम बताये गये हैं - पूरूषों के लिये -                               १. अपनी पत्नी के का ह्रदय से सम्मान करो ।                        २. पत्नी के व्यक्तिगत मनोभावो के कारण क्रोधित मत हो । ३. अपनी पत्नी के सिवाय किसी दूसरी स्त्री से प्रेम न करो । ४. पत्नी के भोजन वस्त्र की सदा फिक्र रखो । ५. पत्नी को समय समय पर उपहार लाकर दो । स्त्रियों के लिये - १. पति घर में आने पर उठकर उनका स्वागत करो । २. इसी प्रकार उनके घर से बाहर जाने पर अभिनेंदन करो। पति के लौटने तक उनके लिये भोजन तैयार करके रखो तथा घर के दूसरे काम भी समाप्त कर लो । ३. किसी अन्य पुरूष से प्रेम न करो । पति क्रोध में हो तुम शांत हो जाओ । ४. पति की आज्ञाओं का पालन करो और...