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यह करें और फिर देखें अपने संबंधों में जादू -


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    आप एक प्रयोग करके देखें किसी दो साल के बच्चे को कोई काम ठीक से ना करने पर उसे जोर से डांटे और फिर से उस काम को ठीक से करने को कहें, आपकी डांट से बच्चा संकुचित हो जायेगा और फिर से डांट न पङ जाये इस भय से उस काम को डरता हुआ सा करेगा और ऐसा करने पर संभावना होगी कि उसमें उससे फिर से गलती हो जाये ।

    अब इसी बच्चे को कोई काम करने पर आप शाबाशी दे ं और उसके सर पर प्यार से हाथ फेरें। अब आपको बच्चे की बिल्कुल ही अलग प्रतिक्रिया देखने को मिलेगी ।

    बच्चा स्वंय ही उस काम को दुबारा करने के लिये आतुर रहेगा आपकी प्रशंसा और प्यार को पाने के लिये आपके ना कहने पर भी उसी काम को दुबारा आपके लिये करेगा वो भी प्रफुल्लित मन से, आप पाओगे कि  बच्चे ने वह काम और भी बेहतर तरीके से किया है ।

               इससे क्या सिद्व होता है? इससे सिद्व होता है कि प्रशंसा पाने की ललक मनुष्य की नैसर्गिक आवश्यकता है । बङे होने पर भी हमें इसकी बेहद अावश्यकता होती है ।आप इस नैसर्गिक गुण का लाभ अपने वैवाहिक जीवन में मिश्री घोलने में कर सकते हैं । आज से ही दिन में कम से कम दो बार अपनी पत्नी अथवा पत्नी की सच्ची प्रशंसा करने का नियम बना लें और फिर देखें कि क्या कमाल होता है आपके संबंधों में । जादू हो जायेगा जादू । यह करें और फिर देखें अपने संबंधों में जादू।

लेखक - विजय कुमार यादव

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