सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Very Important thing to Make your Husband Wife Relation Very Strong :-



Very Important thing to Make your Husband Wife Relation Very Strong (पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाने के लिये एक बहुत महत्वपूर्ण बात) :-

man person people girl woman male female love young kiss couple romance two wedding married marriage girlfriend family ceremony wife relationship angry adult husband interaction
Happy Husband-Wife 

 एक अत्यंत महत्वपूर्ण बात का ध्यान रखें :-


इस दुनिया में प्रत्येक चीज समय मांगती है । समय देकर हम कुछ भी पा सकते हैं । कुछ भी करना है तो समय का इन्वेस्टमेंट जरूर करना पङता है । अपनी जिंदगी में हम जिस भी चीज पर समय लगाते हैं उसमें हम अनुभवी हो जाते हैं और सफल हो जाते हैं । 

पढना है तो पुस्तकों को समय चाहिये, पैसा कमाना है तो नौकरी अथवा व्यवसाय को समय चाहिये, शारीरिक सौष्ठव हासिल करना है तो व्यायाम  को समय चाहिये, अध्यात्मिक प्रगति करनी है तो ध्यान को समय चाहिये अगर साइकिल भी सीखनी है तो साइकिल को समय चाहिये और तो और पास खेलते बच्चे को भी आपका ध्यान, आपका समय चाहिये अगर बहुत देर तक किसी ने उसकी तरफ देखा तक नहीं कि वह क्या खेल रहा है तो वह भी जोर जोर से रोने लगता है । 

जब एक बच्चे को भी आपका समय चाहिये आपका ध्यान (अटेंशन) चाहिये तो इसी आपकी तो शादी हुई है सुखी जीवन के बहुत से सपने सजाये एक शहजादी ने आपके जीवन में प्रवेश किया है, बहुत से खुशियों की आशा लिये, उर्जा से भरपूर, जिंदगी में बहुत कुछ करने की तमन्ना लिये एक  शहजादे ने आपकी जिंदगी में प्रवेश किया है तो ऐसे में अगर आप दोनों को एक अटूट रिश्ता स्थापित करना है तो समय चाहिये । 

man people girl woman white photography male female love young couple romance romantic two together lifestyle hug boyfriend girlfriend ceremony fun wife happy happiness relationship photograph lovers passion sexy valentine attractive emotion persons adult husband interaction photo shoot
Spend your time with your lovely wife
आप दोनों एक ऐसा रिश्ता कायम करने जा रहें जो जिंदगी भर कायम रहेगा और जिसका प्रभाव न केवल आप पर बल्कि आपकी आगे आने वाली संतानों पर  भी पङेगा तो ऐसे में समय कौन देगा बेशक आप दोनों को ही देना होगा ।  
इसलिये पति को चाहिये कि वह अगर घर पर ही रहते हों तो पहले की तरह इधर उधर घूमना, दोस्तों का साथ पार्टिया उङाना आदि को कम करके घर पर रहना शुरू करें चाहें वह अपनी पत्नी को व्यक्तिगत समय दिन में न भी दे पायें लेकिन फिर भी केवल घर पर रहकर उसको दिखते रहना भी पत्नी को प्रसन्नता देता है । 

कुछ सोचते हैं कि घर पर माता पिता तो हैं ना फिर मेरी क्या आवश्यकता है। उनको मैं एक बात बता देना चाहता हूँ कि आप सात फेरे लेकर किसी के जीवन की अनमोल धरोहर को अपने घर लाये हो जिसके साथ मरने जीने की शपथें आपने पवित्र अग्नि देव की वेदी पर साथ खायीं है वह कोई नौकरानी नहीं है जो सिर्फ आपके माता पिता की सेवा के लिये घर पर पङी रहेंगी और आप अपनी जिंदगी को उससे अलग कर लोगे। 
माता पिता की सेवा अच्छी बात है लेकिन उसके लिये आप अपनी जिंदगी को अपनी पत्नी से बिल्कुल अलग थलग नहीं कर सकते।

man, beach, nature, silhouette, person, people
Your wife is your precious Life Partner
पत्नी का मतलब पति के जीवन के प्रत्येक शारीरिक, मानसिक, भौतिक, अध्यात्मिक पहलू में बराबर की भागीदार होना है । आपकी पत्नी आपके लिये अपना पूरा संसार छोङकर आई है न कि आपके माता पिता के लिये क्योंकि माता पिता और उसके स्वयं के माता पिता भी एक समय के बाद संसार से विदा हो जायेंगे एक आप ही तो हैं जिसके साथ उसकी जीवन नैया पार लग सकेगी। यह कङवी सच्चाई है ।

इसलिये अपनी पत्नी को समय दें । अगर आप  घर में उसे सिर्फ दिखाई भी देते रहते हैं तो उसे अच्छा लगता है और फिर जब वह अपनी सास से अथवा ननद से यह सुनती है कि पहले तो घर ठहरता ही नहीं था दोस्तों के साथ घूमता रहता था चलो ये तो अच्छा है कि अब घर तो रहता है कम से कम । इस बात को सुनकर आपकी पत्नी आपकी तरफ से केयरिंग फील करती है जो कि किसी भी रिश्ते की मजबूत नींव होती है । 

अगर आप जाब करते हैं तो घर से बाहर रहना आपकी मजबूरी है उसे आपकी पत्नी भी समझती है । घर पर आने के बाद सोशल मीडिया को एक तरफ कर अपनी पत्नी को समय दें । पत्नी भी ऐसा ही करें । शुरू में एक दूसरे के साथ जितना समय बितायेंगे ये आपके रिश्ते की जङों में उतना ही खाद पानी के समान होगा ।

पौधा जब वृक्ष बन जाता है तो उसे इतने खाद पानी की जरूरत नहीं होती जितनी कि वह पौधा रहता है उस समय होती है । रिश्तों में समय खाद पानी की तरह है जितना अधिक दोगे वृक्ष उतनी जल्दी तैयार होगा।रिश्तो में समय एक इन्वेस्टमेंट की तरह है जितना इन्वेस्ट करेंगे उतना ही लाभ आपको मिलेगा। 


इसलिये आज का मंत्र है - 

साथ समय बिताने से कोई भी रिश्ता मजबूत बनता है । 


एक अच्छे रिश्ते की नींव के लिये एक अच्छा समय साथ बिताना अत्यावश्यक है ।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

क्या परी होती है|does fairy exist|बच्चों के मजेदार जवाब|Diksha Mehta, Pu...

वैवाहिक जीवन में अपने गुस्से को कैसे काबू करें :-                                                                             How to control Anger in Marriage Life क्रोध उस दावानल की भांति हैं जो मनुष्य के विवेक व बुद्वि को जलाकर भस्म कर देता है । बहुत से रिश्ते क्षणिक क्रोध से टूट जाते हैं । इतिहास में बहुत से बङे बङे युद्व सिर्फ क्रोध के कारण हुये हैं । क्रोध व्यक्ति के अहम् का सबसे बङा पोषक है।जिसमें जितना ज्यादा अहंकार होगा उसे उतना ही अधिक क्रोध आयेगा ।  आप अपनी शादी के बाद आपस में एक समझौता करें कि जब एक गरम होगा तो दूसरा नरम होगा और जब दूसरा गरम होगा तो पहला नरम होगा ।यानि कि एक को गुस्सा आये तो दूसरे को चुप रहना है और दूसरे को गुस्सा आये दो पहले को चुप रहना है ।  चुप रहना सीखें ।    बस सिर्फ इस एक समझौते से आपकी पूरी जिंदगी सुखपूर्वक व्यतीत हो सकती है ।  लेकिन अब आप मुझसे पूछना चाह रहें होंगे  कि दूसरा गरम तो फिर नरम होना ही तो सबसे मुश्किल काम है यही तो नहीं हो पाता तो इसके लिये मैं आपका बताना चाहूंगा कि - i) जब आप दोनों में से कोई एक गुस्से में हो जाये त

शादी के बाद होने वाले झगङे से कैसे बचें ?

शादी के बाद होने वाले झगङे से कैसे बचें  ?         नमस्कार दोस्तों मैं विजय कुमार यादव स्वागत करता हूँ आपका www.shaadikebaad.blogspot.com पर। किसी भी समस्या के समाधान के लिये आवश्यक है कि पहले समस्या के कारण जाने जायें। यूं तो शादी के बाद होने वाले झगङें के और भी अनेक कारण हो सकते हैं लेकिन मेरे दृष्टिकोण में २ मुख्य कारण हैं :-   1 . अहंकार का तुष्टीकरण ( Ego Satisfaction ):- दोस्तों क्या आपको पता है कि शादी के बाद 99% झगङों का कारण अहंकार तुष्टीकरण (ईगो सैटिस्फिकेशन) होता है ।  पति पत्नी दोनों प्रत्येक छोटी सी बात में अपने ईगो को सैटिस्फाई अर्थात अपने अहंकार (घमंड) को तुष्ट करना चाहते हैं और बस यही बात ना कुछ बातों को बहुत बङा बना देती है।   मैं बङा हूँ। मैं ही अधिक महत्वपूर्ण हूँ। वो मूर्ख है।आखिर मैं उसको बता दूंगा या बता दूंगी कि मैं कौन हूँ। मैं बहुत अच्छे परिवार से हूँ उसके सामने मेरे पति का परिवार कुछ भी नहीं। मेरे माता पिता के पास तो बहुत पैसे हैं। मन में आने वाले ये सब विचार अहंकारवश है और बात - बात में इन सब विचारों को पोषण देना ही अह